” सफाई का प्रयास ही नदी की वास्तविक पूजा है “

” भारत के रग – रग में गंगा का वास है ” आइए संरक्षण करें !

” मां गंगा सहित अन्य गंगा की सहायक नदियों में लोग अपने घर की बासी पूजा सामग्री व साड़ियां / कपड़े भी डाल देते हैं। यह गंगा की पूजा है या उस पर अत्याचार ? वस्तुतः नदी की पूजा का अर्थ केवल घंटा बजाना नहीं, वरन उसकी सफाई है । यह प्रयास ही नदी की वास्तविक पूजा है “

लोगों को जागरूक करते हुए नमामि गंगे काशी क्षेत्र के संयोजक राजेश शुक्ला ने नमामि गंगे टीम के सहयोगियों के साथ गंगा तलहटी की सफाई के पश्चात कहीं । सोमवार को प्रातः दशाश्वमेध घाट पर गंगा तलहटी की सफाई के दौरान ढेरों कपड़े, चुनरी, पॉलिथीन में भरी सामग्रीयां निकाली गईं । राजेश शुक्ला ने कहा कि भारत के रग-रग में गंगा का वास है । गंगा सनातनी संस्कृति की आत्मा हैं । गंगा का संरक्षण प्रत्येक भारतीय का नैतिक कर्तव्य है ।


श्रमदान में काशी क्षेत्र के संयोजक राजेश शुक्ला के नेतृत्व में शिवम अग्रहरी, रामप्रकाश जायसवाल , रश्मि साहू, पुष्पलता वर्मा, रेनू जायसवाल, मधु श्रीवास्तव, मुक्ता सलूजा ने सक्रियता से भाग लिया !

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