सभी विद्वान वक्ताओं महर्षि वाल्मीकि जी के बारे विधि विधान से क्रमवार चर्चा हुई। महर्षि जी विश्व में प्रथम संस्कृत के महा काव्य , और विश्व के पहले खगोलशास्त्री थे। संस्कृत का पहला श्लोक महर्षि वाल्मीकि जी ने किया। महर्षि वाल्मीकि महान महाकाव्य हिंदू *रामायण* के साथ साथ संस्कृत भाषा के प्रथम विद्वान थे। रामायण के रचियता और खगोलशास्त्री थे।उत्तर भारत मे जंयती खूब धूम धाम से मनाया जाता है।इसे प्राक्ट्य दिवस के रुप मे बनाया जाता है।*राष्ट्रवादी चिंतक मंच* के प्रधान कार्यलय लहुराबीर में आज सुबह 10 मलार्यपा और गोष्ठी का आयोजन हुआ। जिसमें गणमान्य नागरिक गण और संस्था के सदस्य उपस्थित थे। संस्था के सदस्य शैलेन्द्र श्रीवास्तव एडवोकेट दीवानी राष्ट्रीय महासचिव, राजेश राय जी वरिष्ठ समाज सेवी अरविंद सिंह, आयुष गुप्त, अखिलेश यादव जी,वरुण सेठ, संस्था की राष्ट्रीय महासचिव महिला प्रियंका राय आदि उपस्थित थे।