वाराणसी। सावन के तीसरे सोमवार को बाबा विश्वनाथ के दर्शन को श्रद्धालुओं का रेला उमड़ पड़ा। शिव भक्त रात से ही बाबा के दर्शन के लिए पहुंचने लगे। भोर में मंगला आरती के बाद दर्शन और जलाभिषेक का क्रम शुरू हो गया। श्री काशी विश्वनाथ धाम में आने वाले भक्तों पर मंडलायुक्त कौशल राज शर्मा, मन्दिर न्यास के मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्व भूषण मिश्र, डीसीपी काशी जोन गौरव बंशवाल एवं अन्य अधिकारियों द्वारा पुष्पवर्षा कर उनका स्वागत किया।
सावन माह के तीसरे सोमवार को काशी विश्वनाथ मंदिर में भोर से ही भक्तों का तांता लगा रहा। काशी विश्वनाथ मंदिर में बाबा के दर्शन पूजन के लिए भक्तों की लाइन रात्रि से ही कतारबद्ध लग गई थी। भोर में मंगला आरती के बाद मंदिर का कपाट खुलते ही दर्शन शुरू हो गया।
दर्शनार्थियों के लिए मंदिर प्रशासन कर ओर से उच्चतम व्यवस्था की गई है। जिला प्रशासन के अधिकारी लोग लगातार ग्रस्त कर व्यवस्था को सुचारू रूप से चला रहे हैं। अलग-अलग सेक्टर में ड्युटियों को बांटकर सभी भक्तों को दर्शन कराया जा रहा है। तीसरे सोमवार को बाबा विश्वनाथ का अर्धनारीश्वर श्रृंगार किया जाएगा। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए प्रशासन की ओर से इंतजाम किए गए हैं। दर्शन-पूजन का क्रम रात तक चलता रहेगा।
बाबा के दर्शन के लिए कांवड़िये और शिव भक्त रविवार की रात से ही लाइन में लग गए थे। भोर में बाबा विश्वनाथ की मंगला आरती की गई। उसके बाद श्रद्धालुओं के लिए मंदिर के कपाट खोल दिए गए। श्रद्धालु लाइन में लगकर दर्शन व जलाभिषेक कर रहे हैं। बाबा विश्वनाथ तीसरे सोमवार को भक्तों को अर्धनारीश्वर स्वरूप में दर्शन देंगे। बाबा का दर्शन शयन आरती के समय यानी देर रात तक चलता रहेगा। लाखों की संख्या में श्रद्धालु बाबा दरबार में हाजिरी लगाएंगे। सावन में काशी नगरी बम-बम है। हर ओर कांवड़ियों और शिव भक्तों का रेला उमड़ रहा है।
सावन के पहले सोमवार को तीन लाख से अधिक भक्तों ने बाबा विश्वनाथ के दरबार में हाजिरी लगाई थी। दूसरे सोमवार को भी 3.9 लाख भक्त बाबा दरबार में पहुंचे थे। तीसरे सोमवार को भी लाखों की तादाद में शिव भक्त बाबा विश्वनाथ का दर्शन-पूजन कर आशीर्वाद लेंगे। ऐसे में प्रशासन अलर्ट है। भक्तों की सुविधा और सुलभ दर्शन के लिए व्यवस्थाएं की गई हैं।