वाराणसी। कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने बुधवार को वाराणसी में भाजपा सहित सपा और बसपा को आड़े हाथ लिया। उन्होंने पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारियों संग आवश्यक बैठक के बाद प्रेस कांफ्रेंस को सम्बोधित किया। उन्होंने कहा कि पिछले पांच साल से भाजपा का शासन हैं और अक्सर भाजपा के लोग कहते हैं की हमारी डबल इंजन की सरकार है, लेकिन यह दुर्भाग्य है कि जिन वादों के साथ सत्ता पर काबिज़ हुए थे उसे पूरा नहीं किया और हर वर्ग जिसने विश्वास के साथ इन्हे वोट किया उन्हें छला है। उन्होंने कहा कि इस पार्टी ने किसानों का दर्द कई गुना बढ़ाया है। उन्होंने ये भी कहा कि पिछले 30 साल से यूपी में हमारी सत्ता नहीं है, मगर इसबार परिणाम चौंकाने वाले होंगे।
इस दौरान सचिन पायलट ने किसानों के दर्द पर कांग्रेस द्वारा तैयार किया गया दस्तावेज़ भी जारी किया, जिसमें प्रदेश के किसानों का दर्द और समस्यांए लिखी गयी हैं।
सचिन पायलट ने कहा कि भाजपा सरकार ने कहा था कि किसानों की आय दोगुनी करेंगे और सभी के खातों में 15 लाख रुपये आएंगे। महंगाई कम करेंगे, करप्शन कम करेंगे। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में क्या हालात हैं किसी से नहीं छुपे हैं। यहां के ऐसे मुख्यमंत्री हैं जिन्होंने किसी की पीड़ा नहीं सुनी। किसी वर्ग को राहत नहीं दी। केंद्र की भाजपा सरकार ने लाखों-करोड़ों रुपये खर्च कर दिए अपने साथियों के लिए और किसानों के मुंह का निवाला छीनने का काम किया है।
सचिन पायलट ने कहा कि पांच राज्यों में हुए उपचुनाव में भाजपा हारी और उसके बाद इन्होने तीनों कृषि क़ानून जिसके लिए किसान बार्डर पर बैठे थे उसे वापस लिया। ये दबाव में लिया और बातचीत के लिए ये क़ानून वापस। आप जिन किसानों को अलगाववादी बोलते हैं। राष्ट्रद्रोही बोलते हैं और अंत में आप उन्ही तीनों कृषि कानूनों को वापस लेते हैं। पहले बोला गया कि गांव-गांव जाओ और कहो की कृषि कानून आप के हित के लिए है और जब अचानक वापस ले लिया तो अब उनके पास कोई जवाब नहीं है।
सचिन पायलट ने सरकार पर प्रहार करते हुए कहा कि हकीकत ये है कि देश में जो किसान है, उत्तर प्रदेश में ख़ास उसपर जो कर्ज़ा है वो कई गुना बढ़ चुका है। किसानों की लागत है खाद, बीज, तेल, डीएपी, यूरिया सब महंगा हो गया है। सचिन पायलट ने कहा कि जो लोग ये कहते थे की हम किसान की मदद करने के लिए सरकार बनाना चाहते हैं। उन्होंने किसानों के साथ न सिर्फ धोका किया है। किसानों के ऊपर अत्याचार भी किया है और किसानों के मन सम्मान पर भी ठेस पहुंची है। केंद्र सरकार के मंत्री जिनके पुत्र का नाम एसआईटी ने लिया था उनका चार्जशीट में नाम नहीं है उनको बर्खास्त नहीं किया गया है। आप किसानों को कुचलने का प्रयास कर रहे हैए रु फिर किस मुंह से जाकर वोट मांग रहे हैं।
बसपा, सपा को जनता देख चुकी है और भाजपा को भुगत रही है। ऐसे में हमारे पास मौक़ा है और हमारी नेता प्रियंका गांधी ने जनता के बीच में जाकर हमने काम किया है और हम ही अब विकल्प हैं। हम जनता के बीच में जाकर काम कर रहे हैं और परिणाम चौकाने वाले होंगे।
आचार संहिता लगते ही भागने लगे भाजपा के विधायक
लड़की हूं-लड़ सकती हूं पोस्टर गर्ल के कांग्रेस टिकट न मिलने की बात और भाजपा के इसपर मुद्दा बनने पर कहा कि भाजपा के तो खुद ही मंत्री विधायक भाग रहे हैं आचार संहिता लगते ही क्योंकि पहले उनके ऊपर डंडा बज सकता था , और सबको टिकट नहीं दिया जा सकता है। 40 प्रतिशत महिलाओं को टिकट देंगे हम और हम दे भी रहे हैं।