वाराणसी : चितईपुर थाना क्षेत्र स्थित सुन्दरपुर करौंधी में दिनांक 22.11.2021 को उप निरीक्षक सीधी भर्ती की आनलाइन परीक्षा मैं दो सॉल्वर गैंग के अभियुक्त चितईपुर पुलिस के हत्थे चढ़े गांधी मेमोरियल पब्लिक स्कूल सुंदरपुर ( करौंधी ) थाना आकर दिनांक 22.11.2021 की प्रथम पाली की आनलाइन परीक्षा में प्रवेश के समय दो परीक्षार्थियों द्वारा फ्राड करने की नियत से दोनो एक ही एडमिट कार्ड व आधार लेकर बारी – बारी से परीक्षा कक्ष में प्रवेश करने का प्रयास कर रहे थे
चेकिंग के दौरान दोनों व्यक्तियों का एडमिट कार्ड व आधार चेक किया गया तो दोनो का आधार व एडमिट कार्ड पर नाम पता व फोटो व हस्ताक्षर अनुक्रमांक एक समान पाया गया जिससे निश्चित होता है कि दोनो ने आपस में मिलकर परीक्षा में अनुश्चित लाभ लेने हेतु आपस में मिलकर परीक्षा में शामिल होने का असफल प्रयास कर रहे थे
दोनो से नाम व पता पूछा गया तो एक ने अपना नाम विद्याशंकर S / O रामजी भारतीय निवासी मिसकुरी मैदा थाना करौदिया जनपद इलाहाबाद बताया तथा दूसरा व्यक्ति अपना नाम विश्वजीत कुमार S / O श्याम बिहारी यादव पता प्रखण्ड वाराचट्टी ग्राम धनगई पंचायत पतलूका दहनमनीन गया बिहार बताया जिनको गिरफ्तार कर थाने पर लाया गया ।
कडाई से पूछताछ करने पर अभियुक्त विद्याशंकर उपरोक्त ने बताया कि मै पहले स्नेह टाइपिंग सेंटर जानसेनगंज लीडर रोड में टाइपिंग सीखता था, वहीं पर शैलेन्द्र चौधरी निवासी नैनी प्रयागराज व महेन्द्र कुमार निवासी फूलपुर जनपद प्रयागराज जिनसे कोचिंग में मुलाकात हुई थी, इन्ही लोगों के माध्यम से दस लाख रूपये पर परीक्षा में पास करने की सेटिंग कराया गया था ।
दिनांक 22.11.2021 को मेरी परीक्षा एजीएम इन्फोटेक सेंटर करौंदी में थी मेरा कार्य यह था कि प्रवेश पत्र लेकर परीक्षा केन्द्र के अंदर प्रवेश कर अपने एलाट सीट पर जाकर अपना थंब इम्प्रेशन कर ओपन कर देता उसके बाद मेरे स्थान पर दूसरा व्यक्ति आकर पेपर साल्व करता इससे मुझे यह फायदा था कि मेरा पेपर दूसरा व्यक्ति साल्व करता और मेरा थंब इम्प्रेशन फिजकल में भी मैच करता ।
इससे मुझे कोई दिक्कत न होती, लेकिन मै उसी समय गलत फहमी में चला आया हूं तथा अभियुक्त विश्वजीत उपरोक्त ने बताया कि मुझे विद्याशंकर का प्रवेश पत्र , आधार कार्ड दीपक पटना जो मेरे मामा का लड़का है जो नालंदा का रहने वाला है और उसका साथी दिनेश ड्राइवर भी है। जिसको मैने कभी नही देखा फोन से बात हुई थी।
जिसके द्वारा बीस हजार रूपये में प्रवेश पत्र पर परीक्षार्थी का फोटो बदलकर अपना फोटो लगाकर जब ये परीक्षा से अपना थम्ब इम्प्रेशन करके बाहर होता, मै जाकर इसका पेपर साल्व करता ताकि इसी थम्ब इम्प्रेशन का प्रयोग यह फिजिकल में करता लेकिन थोड़ी सी चूक हो जाने पर पकड़ लिया गया। इससे पहले भी मै विहार में दो बार इसी तरह की परीक्षा दे चुका हूँ ।
अभियुक्तगण को हिरासत में लेकर आवश्यक विधिक कार्यवाही की जा रही है ।