दुकानदार से कर रहे हैं लाखों की काराये की वसूली, पर बिजली विभाग के स्मार्ट मार्केट पर है लाखों का बकाया, बकाया न मिलने से होती है कटौती नाइट मार्केट में छाया रहता है अंधेरा
इंदौर की तर्ज पर वाराणसी में बनाया गया वाराणसी कैंट रेलवे जंक्शन के ठीक है सामने नाइट मार्केट जिसमें सैकड़ो की संख्या में दुकान आवंटन की गई इस नाइट मार्केट को बनाने की सरकार की वजह यह थी कि ठेला पटरीव्यवसाईयों को रोड से हटकर नाइट मार्केट में शिफ्ट किया जाए मगर हालात कुछ अलग ही इस मार्केट के बयान करते हैं नाइट मार्केट में बड़े-बड़े होटलों को खोले जाने से ठेला व्यवसायी पूरी तरह निराश है वहीं दूसरी ओर काफी मोटी रकम स्मार्ट मार्केट के द्वारा बड़े-बड़े होटल व्यवसायिक को एलाट कर दी गई है मगर सुविधाओं के नाम पर नाइट मार्केट में सीवर पानी निकासी की व्यवस्था कहीं भी दिखाई नहीं दे रही है नाइट मार्केट में खाना बनाने व बेचने के साथ ही पानी व गंदगी खुलेआम रोड पर बहते देखते हुए दिखाई दे रहे हैं ना ही पानी की समुचित व्यवस्था है ना ही बिजली की समुचित संसाधन लाखों रुपए महीने के किराए के वसूले जाने के बावजूद स्मार्ट मार्केट पर बीजली विभाग के द्वारा कई लाख रुपए बकाया है जिसकी वजह से आए दिन नाइट मार्केट की बिजली कट जाती है और पूरा मार्केट कई दिनों तक अंधेरे में डूबा रहता है दुकानदारों ने बताया कि हम लोगों के द्वारा समय से किराए का भुगतान किया जाता है मगर पैसे बिजली विभाग को जमा ना किए जाने की वजह से हम सभी लोग अंधेरे में कारोबार को करते हैं जिसकी वजह से कारोबार पूरी तरह बंद हो चुका है पैसा देने के बावजूद स्मार्ट सिटी के द्वारा लापरवाही किए जाने का खामियाजा सभी दुकानदार भुगत रहे हैं