वाराणसी: एस0टी0एफ0 को फर्जी मुलाकाती मुहर लगाकर जेल कर्मियों को धोखा देकर जिला कारागार वाराणसी से फरार शातिर अपराधी राजू सिंह उर्फ राजू बंगाली को गिरफ्तार करने में उल्लेखनीय सफलता प्राप्त हुई है।
जनपदीय कारागार वाराणसी से धारा 376 भादवि व पास्को एक्ट में निरूद्ध अपराधी राजू सिंह उर्फ राजू बंगाली उपरोक्त फर्जी तरीके से मुलाकाती मुहर लगाकर अपरान्ह में बंदियों के मुलाकात के दौरान मुलाकातियों के साथ कारागार से फरार हो गया था, जिसकी गिरफ्तारी हेतु एसटीएफ की इकाइयों/टीमों को अभिसूचना संकलन कर आवश्यक कार्यवाही किये जाने के निर्देश दिये गये थे। उक्त निर्देश के क्रम में निरीक्षक अमित श्रीवास्तव एस0टी0एफ0 फील्ड इकाई वाराणसी के नेतृत्व में टीम गठित अभिसूचना संकलन की कार्यवाही की जा रही थी।
अभिसूचना संकलन के दौरान ज्ञात हुआ कि जिला कारागार वाराणसी से फरार अभियुक्त राजू सिंह उर्फ राजू बंगाली उपरोक्त यू0पी0 कालेज के गेट पास मौजूद है, यदि शीघ्रता की जाये तो पकडा जा सकता है। उक्त सूचना के आधार पर एस0टी0एफ0 फील्ड इकाई वाराणसी की टीम तत्काल मौके पर पहॅुच कर अभियुक्त उपरोक्त को गिरफ्तार कर लिया गया, जिससे उपरोक्त बरामदगी की गयी।
पूछताछ में गिरफ्तार अभियुक्त उपरोक्त ने बताया कि वह जब जिला कारागार वाराणसी मंे बन्द था, तभी उसने जेल से फरार होने की योजना तैयार कर ली थी। वह प्रतिदिन जेल मुलाकातियों को देखता था की जेल से बाहर जाते समय उनको हाथ पर कैसी मोहरें लगाई जाती हैं। प्रतिदिन मुलाकातियों के मोहर को बदल दिया जाता था। वह उस मोहर की नकल कागज पर कर लेता था और उसकी नकली मोहर आलू पर तैयार कर लेता था। जो मोहर मुलाकातियों के हाथ पर लगाया जा रहा था वह मोहर उसने पहले से तैयार कर रखी थी और उस मोहर को उसने अपने हाथ पर लगाकर अन्य मुलाकातियों के साथ संतरी को दिखाते हुये जेल से बाहर निकल गया और फरार हो गया। जेल से निकलने के बाद वह लूक-छिप कर रह रहा था और आज वह मुगलसराय से ट्रेन पकड़कर कोलकाता भागने की फिराक में था।