नगर आयुक्त प्रणय सिंह प्रभारी अधिकारी (अनुज्ञप्ति) श्री पी0के0 द्विवेदी को निर्देशित किया गया था कि महाशिवरात्रि पर्व पर सुरक्षा के दृष्टिगत दिनांक-17 से 25 फरवरी तक अभियान चलाकर गंगा नदी में चलने वाले नावों का परीक्षण किया जाय जिसमें नावों की क्षमता का आकलन करते हुये सभी नावों पर क्यू0आर0 कोड स्टीकर चस्पा किया जाय तथा सभी नाविकों को सूचित किया जाय कि सभी नावों पर लाइफ जैकेट (सुरक्षा उपकरण) अनिवार्य रूप से उपलब्ध हो। नगर आयुक्त के द्वारा दिये गये निर्देश के क्रम में प्रभारी अधिकारी (अनुज्ञप्ति) श्री पी0के0 द्विवेदी द्वारा अभियान चलाकर सम्पूर्ण नगर सीमा के गंगा नदी क्षेत्र में चलने वाले कुल 27 श्रेणी के 1123 नाव संचालित पाये गये, जिसमें 800 नावों में सम्पूर्ण विवरण के साथ क्यू0आर0 कोड स्टीकर चस्पा कराया जा चुका है, तथा लाउड हेलर के माध्यम से सभी नाविकों को अपने नाव में लाइफ जैकेट (सुरक्षा उपकरण) अनिवार्य रूप से रखे जाने हेतु निर्देशित किया गया है। नगर निगम, वाराणसी द्वारा इसी अवधि में 250 नाविकों का लाइसेन्स भी बनाया गया।
महाशिवरात्रि पर्व पर दर्शनार्थियों एवं श्रद्धालुओं की सुविधा को देखते हुये नावों का संचालन भैसासुर घाट से जलासेन घाट-ललिता घाट तक एवं अस्सी घाट से जलासेन घाट-ललिता घाट तक किया जायेगा, जिससे धार्मिक श्रद्धालु नवनिर्मित घाट के रास्ते से श्री काशी विश्वनाथ मंदिर का दर्शन सुगमता पूर्वक कर सके। नगर आयुक्त श्री प्रणय सिंह के निर्देश पर नगर निगम, वाराणसी द्वारा दर्शनार्थियों एवं श्रद्धालुओं के लिये क्रमशः भैंसासुर घाट एवं अस्सी घाट पर स्वागत द्वार भी निर्मित कराया गया है।
इस अभियान में प्रभारी अधिकारी (अनुज्ञप्ति) श्री पी0के0 द्विवेदी के नेतृत्व में अनुज्ञप्ति विभाग के सुशील सिंह, राकेश श्रीवास्तव, फिरोज अहमद, विज्ञापन विभाग के गुलाम औलिया इत्यादि सम्मिलित थे।