वाराणसी। महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के छात्रसंघ चुनाव मंगलवार को कई सारे आरोपों के बीच संपन्न हो गया। महामंत्री पद के NSUI प्रत्याशी प्रभु पटेल और ABVP प्रत्याशी अभिषेक सोनकर के बीच हुए टाई के बाद मतगणना कक्ष में हंगामा शुरू हो गया। NSUI के कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि पहले उनके प्रत्याशी को जीता घोषित किया गया था पर कुछ ही देर बाद टाई करवा दिया गया। फिलहाल देर रात लिंगदोह कमेटी की सिफारिशों के अनुरूप अधिक उम्र के प्रत्याशी अभिषेक सोनकर को विजयी घोषित कर दिया गया।
इसके बाद NSUI ने इस परिणाम का विरोध शुरू कर दिया है। बुधवार को कांग्रेस के मैदागिन स्थित महानगर कांग्रेस कार्यालय में एनएसयूआई के प्रदेश उपाध्यक्ष अखिलेश यादव ने एक प्रेस कांफ्रेंस कर इसपर विरोध जताया और इस परिणाम को हाईकोर्ट में चुनौती देने की बात कही।
अखिलेश यादव ने कहा कि कल हुए काशी विद्यापीठ के चुनाव में सत्ता संरक्षित लोगों द्वारा उसमे व्यापक रूप से धांधली की गयी। विद्यापीठ सिर्फ शिक्षण संस्थान नहीं बल्कि सरस्वती जी का मंदिर है। कल 23 बूथ पर मत पड़े हैं पर मतों और काउंटिंग किये गए मतों का अंतर् गलत है। अखिलेश ने आरोप लगाया कि बूथ नंबर 21 पर 113 मत पड़े पर काउंटिंग में 115 मत गिने जाते हैं। वहीं जब बूथ संख्या 23 पर 45 मत पड़े तो वहां सिर्फ 43 वोट गिने गए।
अखिलेश ने कहा कि हमारे महामंत्री पद के प्रत्याशी प्रभु पटेल 1426 वोट पाकर एक वोट से चुनाव जीत गए थे लेकिन उसे टाई कराया गया रीकाउंटिंग करवा के और सत्ता पक्ष के दबाव में एबीवीपी के प्रत्याशी को यहां मंत्री संत्री के फोन पर उसे विजयी करवा दिया। हम इस फैसले के खिलाफ हाईकोर्ट जाएंगे और वहां वाद दाखिल करेंगे।
वहीं प्रत्याशी प्रभु पटेल ने बताया कि पहले हमें एक मत से विजयी घोषित किया गया पर जब अभिषेक सोनकर बवाल करने लगा तो फिर मतों को टाई बताया और कहा गया कि कंपनी सही से काउंटिंग नहीं कर पायी थी। इसके बाद लिंगदोह कमेटी की सिफारिश के आधार पर उसकी उम्र ज्यादा होने की वजह से उसे विजयी घोषित कर दिया गया।