रिपोर्ट – अरविंद श्रीवास्तव
अमेठी-कमर तोड़ महगाई से जहाँ किसान टूट चुका था तो वही बे मौसम की बरसात ने किसानो का जीना दुश्वार कर दिया है और किसानो की बची खुची उम्मीद पर भी पानी फिर गया है तीन दिन से हो रही बरसात से किसानो की धान की फसल पर काफी नुकसान तो हुआ ही है साथ चना, मटर,आलू की फसलो पर भी काफी नुकसान हुआ है जिससे किसान की जमा पाई मिट्टी मे मिल गई है अब किसान के पास कोई उम्मीद नही बची है आप तस्बीरों मे भी देख सकते है कि खेतो मे धान की फसल गिर गई है और खेतों मे पानी पर भर गया है फसल बर्वाद हो रही है साथ ही हाल ही मे की गई बोआई चना मटर और आलू पानी से बर्वाद हो चुके है फसलो के साथ अब किसान के उम्मीदों पर भी पानी फिर गया है अब किसान के पास उम्मीद है तो सिर्फ सरकार की और हो भी क्यो ना जब देश का अन्नदाता मुसीबत मे हो तो सरकार का फर्ज होता है कि उसकी नुकसान की भरपाई करना अगर ऐसा नही होता है तो किसान का परिवार जियेगा तो किसके भरोसे फिर हाल अभी तक किसानो की सहायत की कोई उम्मीद नही दिख रही है। वही किसानों ने बताया कि तीन दिन हो रही बरसात से हम लोगो की सभी फसले बर्वाद हो चुकी है हम लोग पूरी तरह से टूट चुके है और अब हम लोगो के पास रास्ता नही है।