वाराणसी। ज्ञानवापी परिसर में पिछले साल कोर्ट कमिश्नर के सर्वे के दौरान कथित शिवलिंग मिलने की अवधि को एक साल पूरा होने पर ज्ञानवापी-श्रृंगार गौरी केस की याचिकाकर्ता महिलाओं व उनके अधिवक्ता विष्णुशंकर जैन दर्शन-पूजन करने के लिए पहुंचे। अधिवक्ता व वादिनी महिलाओं ने नंदी के बगल में स्थित शिवालय में रुद्राभिषेक व पूजा-पाठ की। ज्ञानवापी मस्जिद के पूरे परिसर की एएसआई (आर्कियोलाजिकल सर्वे आफ इंडिया) से सर्वेक्षण कराने की मांग को लेकर कोर्ट में यायिका दायर करेंगे
अधिवक्ता बोले, हमने ज्ञानवापी परिसर की एएसआई जांच कराने की मांग की थी। उसको लेकर आज कोर्ट में प्रार्थना पत्र दाखिल करेंगे। बाबा से यही आशीर्वाद मांगा कि वे हमें इसमें सफल बनाएं। गुंबद के नीचे, वेस्टर्न वाल की जांच कराई जाए। पूरे परिसर में जीपीआर रडार लगाया जाए। इसमें यदि साक्ष्य मिलते हैं तो इस पर कार्रवाई की जाए। कहा कि हमारा अनुष्ठान है कि इस परिसर में बाबा आदिविश्वेश्वर का भव्य मंदिर बने। बाबा हमारे अनुष्ठान को पूरा करें, यही प्रार्थना की। उन्होंने यह स्पष्ट किया कि सुप्रीम कोर्ट की ओर से आदि विश्वेश्वर की कार्बन डेटिंग का आदेश नहीं किया गया है। यह सरासर गलत है और भ्रांतियां फैलाई जा रही हैं, बल्कि सुप्रीम कोर्ट ने एएसआई साइंटिफिक जांच का आदेश किया। इसमें किसी भी प्रकार की कोई तोड़फोड़ नहीं की जाएगी। कहा कि बिना किसी छेड़छाड़ के एएसआई साइंटिफिक जांच होगी। 22 मई को फिर उसके बाद हमें उम्मीद है कि हमारे लिए रास्ता और साफ हो जाएगा।