नई दिल्ली, 08 नवंबर। बिहार, झारखंड, पूर्वी उत्तरप्रदेश का मुख्य पर्व छठ पूजा 10 नवंबर को है। प्रत्येक वर्ष कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की षष्ठी को मनाया जाने वाले सूर्य छठ पूजा पर्व चार दिनों का होता है, जो 8 से 11 नवंबर तक होगा। इसमें मुख्य छठ पूजा 10 नवंबर को की जाएगी। अब चूंकिपूर्वाचल के लोग देश के अनेक राज्यों में नौकरी और व्यवसाय के सिलसिले में रहने लगे हैं इसलिए अब यह पर्व अनेक राज्यों में छोटे-बड़े स्तर पर मनाया जाने लगा है। छठ पूजा का उद्देश्य संतान की प्राप्ति और उसके सुखी जीवन की कामना है।
छठ पूजा करने का उद्देश्य जीवन में सूर्यदेव की कृपा पाना है। सूर्य की कृपा से आयु और आरोग्य की प्राप्ति होती है। धन, मान-सम्मान, सुख-समृद्धि, उत्तम संतान की प्राप्ति के लिए छठ पूजा की जाती है। इस व्रत को अत्यंत कठोर नियम और निष्ठा से किया जाता है। इसमें घर और अपने आसपास के परिवेश की साफ-स्वच्छता का भी विशेष महत्व होता है। इसमें चतुर्थी और पंचमी के दिन एक समय भोजन किया जाता है। भोजन में भी कुछ विशेष पदार्थ ही बनाए जाते हैं। छठ के दिन पूरे दिन निर्जल रहकर शाम को अस्त होते सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है। सप्तमी के दिन उगते सूर्य को अर्घ्य देकर पर्व का समापन किया जाता है। किस दिन क्या होगा पहला दिन 8 नवंबर : नहाय- खाय कार्तिक शुक्ल चतुर्थी, 8 नवंबर 2021, सोमवार से छठ पूजा प्रारंभ होगी। इस दिन नहाय खाय होता है। घर की साफ-सफाई करके व्रती महिला-पुरुष स्नान के बाद नए कपड़े पहनते हैं। शाम को शाकाहारी भोजन बनाया जाता है जिसमें चने की दाल, चावल, लौकी की सब्जी प्रमुखता से बनाई जाती है। व्रती इस दिन एक ही समय भोजन करते हैं। 8 नवंबर को नई दिल्ली में सूर्योदय 6.39 और सूर्यास्त 5.29 बजे होगा।
दूसरा दिन 9 नवंबर : खरना छठ पूजा के दूसरे दिन कार्तिक शुक्ल पंचमी, 9 नवंबर 2021, मंगलवार को खरना किया जाएगा। इस दिन परंपरानुसार गुड़ डालकर खीर बनाई जाती है और प्रसाद के रूप में उसी को ग्रहण किया जाता है। इस दिन भी व्रती केवल एक ही समय भोजन शाम को करते हैं और भोजन बिना नमक का बनाया जाता है। इस दिन घर में पान के पत्ते और सुपारी रखकर सूर्यदेव की स्थापना की जाती है। शाम के समय रोटी और खीर का प्रसाद लिया जाता है। इसके बाद छठ का निर्जला व्रत प्रारंभ हो जाता है। 9 नवंबर को नई दिल्ली में सूर्योदय 6.40 और सूर्यास्त 5.29 बजे होगा। इस दिन षष्ठी तिथि प्रात: 10.35 बजे से प्रारंभ हो जाएगी।
तीसरा दिन 10 नवंबर : मुख्य छठ पूजा कार्तिक शुक्ल षष्ठी 10 नवंबर 2021, बुधवार को मुख्य छठ पूजा होगी। इस दिन छठ पर्व का प्रसाद बनाया जाता है। अधिकांश स्थानों पर चावल के लड्डू बनाए जाते हैं। सूप या बांस की टोकरी में नई फसल, सब्जियां, अदरक, नीबू आदि सजाए जाते हैं। शाम के समय नदी या तालाब में कमर तक पानी में खड़े होकर अस्त होते सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है। इस दिन नई दिल्ली में सूर्योदय 6.41 और सूर्यास्त 5.28 बजे होगा। इस दिन षष्ठी तिथि प्रात: 8.24 बजे तक रहेगी।
चौथा दिन 11 नवंबर : उगते सूर्य को अर्घ्य कार्तिक शुक्ल सप्तमी 11 नवंबर 2021, गुरुवार को छठ पूजा का समापन होगा। इस दिन सूर्योदय के समय सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है। पूजा के बाद प्रसाद बांटकर पर्व का समापन होता है। इस दिन नई दिल्ली में सूर्योदय 6.41 और सूर्यास्त 5.28 बजे होगा।