वाराणसी। सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह राज्यपाल आनंदी बेन ने 37 मेधावियों को गोल्ड मेडल से सम्मानित किया। कुलाधिपति ने सभी मेधावियों को अपने हाथ से स्वर्ण पदक पहनाया और उन्हें डिग्री दी। इसके पहले उनके पहुँचने पर दीक्षांत पंडाल तालियों की गड़गड़ाहट से गूँज उठा। इस दौरान कुलपति प्रोफ़ेसर हरे राम त्रिपाठी भी मंच पर मौजूद रहे। राज्यपाल, शास्त्रीय संगीत की पुरोधा पद्मश्री मालिनी अवस्थी को डी लिट की मानद उपाधि भी देंगी
संस्कृत विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में सीमित मेहमानों को बुलाया गया है। कोरोना गाइडलाइन को देखते हुए सिर्फ गोल्ड मेडलिस्ट 37 छात्र-छात्राओं को बुलाया गया है। बाकी लोगों को महाविद्यालय स्तर पर उपाधियां (डिग्री) दी जायेगी।
संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में पद्मश्री मालिनी अवस्थी मुख्य अतिथि के रूप मे मौजूद थी। विश्वविद्यालय उन्हें डी-लिट की मानद उपाधि भी देगा। लोक और उपशास्त्रीय गायिका के रूप में पहचान बनाने वाली मालिनी को भारत सरकार ने 2016 में पद्मश्री से सम्मानित किया। उन्हें 2000 में नारी गौरव, 2003 में सहारा अवध सम्मान, 2006 में यश भारती और 2014 कालिदास सम्मान मिला।