श्री अग्रसेन कन्या पी जी कॉलेज वाराणसी में आज सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती एकता एवं अखंडता दिवस के रूप में मनाई गई।महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ मिथिलेश सिंह ने कहा कि सरदार पटेल में अपार सहन शक्ति थी।
उनका पूरा जीवन हमें सीख देता है कि निष्ठा,त्याग,अनुशासन और दृढ़ इच्छाशक्ति के साथ यदि हम आगे बढ़ते हैं तो सफलता जरूर मिलेगी।सरदार का जीवन निष्ठा और पारदर्शिता से परिपूर्ण था।
वे खुद तो साहसी थे ही, दूसरों में भी साहस भर देते थे।मनोविज्ञान विभाग के अवकाश प्राप्त सह आचार्य डॉ के एन यादव ने पटेल जी द्वारा रियासतों के एकीकरण,और बारदोली आंदोलन के बारे में विस्तार से जानकारी दिया।
डॉ नीलू गर्ग ने पटेल जी के विचारों पर प्रकाश डाला।डॉ सरला सिंह ने लौहपुरुष के व्यक्तित्व और कृतित्व के साथ ही भारतीय संस्कृति के संदर्भ में सरदार की विलक्षणता का उल्लेख किया।डॉ ओ पी चौधरी ने सरदार के जीवन प्रसंगों का उल्लेख करते हुए अनुशासन और निष्ठा के साथ कार्य संपादन पर बल दिया।
संचालन करते हुए समाजशास्त्र विभाग की सह आचार्य डॉ कुमुद सिंह ने पटेल जी के त्याग की भावना, कूटनीति,रणनीति,स्वार्थहीनता,विश्वास की दृढ़ता के पक्ष को उद्घाटित किया।
धन्यवाद ज्ञापन प्राचीन इतिहास की सहायक आचार्य डॉ सरला सिंह ने किया।इस अवसर पर दिव्या पाल,शोभा प्रजापति,डॉ सीमा अस्थाना,डॉ सुनीता सिंह, डॉ अंजलि त्यागी,डॉ साधना यादव,रामनरेश,शमशेर, सुनील,अंजलि,छविनाथ,लक्ष्मीना आदि उपस्थित रहे। प्राचार्य डॉ मिथिलेश सिंह ने सभी को राष्ट्रीय एकता की शपथ दिलाई।