उत्तर प्रदेश सरकार के साढ़े 4 साल पूरा होने पर प्रदेश सरकार द्वारा विकास की गंगा बहाने की बात की जा रही है. वही,
रोहनिया विधानसभा के ऊंचे गांव में लोग पानी खरीदने के लिए मजबूर हो रहे हैं. गांव में करीब 20 से 25 ऐसे घर हैं जो ₹100 महीने पर पानी खरीदते हैं. स्थानीय नागरिकों का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा चलाए जा रहे गरीबों के लिए कल्याणकारी योजनाएं अभी तक नहीं पहुंची है नहीं गांव में प्रधान बीटीसी एवं विधायक आते हैं. जिससे गांव वालों की होने वाली समस्याओं का उन्हें पता चल सके. महिलाओं ने कहा कि पानी को लेकर काफी दिक्कत है उन्हें नहाने कपड़ा धोने के लिए ताल पर जाया जाता है. घर के कार्यों को पूरा करने के लिए ₹100 महीने पानी खरीदा जाता है
गांव के ही जोखन सिंह राठौर ने बताया की गांव में छोटा बड़ा मिलाकर 400 परिवार है. यह एक ही हैंड पाइप है. जिससे लोगों की आजीविका चलती है. काम है कुछ लोग हैं जो अपना समर्सिबल हैंडपंप लगवाए हैं उनसे लोग ₹100 महीने पर पानी लेने का काम करते हैं. जोखन ने बताया कि विकास के नाम पर गांव में कुछ भी नहीं हुआ है प्रधानमंत्री एक मुख्यमंत्री जो बनारस में विकास के नाम पर पैसे भेजते हैं वह सिर्फ कागज पर ही दिखाई देता है गांव में कुछ नहीं दिखाई देता है. विधायक जी के सवाल पर जोखन ने बताया कि गांव में कभी भी विधायक सुरेंद्र नारायण सिंह नहीं आए हैं जिससे उन्हें गांव की हकीकत के बारे में पता नहीं चल पाया है.