रिपोर्ट – अभिषेक दुबे
वाराणसी। मेघा भगत द्वारा आज से लगभग 477 वर्ष पूर्व शुरू की गयी भरत मिलाप की विश्व प्रसिद्द लीला शनिवार को नाटी इमली के मैदान में आयोजित हो रहा है। लीला को इस वर्ष कोविड गाइडलाइन के अनुपालन में अनुमति दी गयी है। काशी के लक्खा मेले में शुमार इस बार के भरत मिलाप को देखने के लिए मेला स्थल पर आस्थावानों का रेला उमड़ पड़ा है।
लीला समिति की माने तो इस वर्ष ठीक 4 बजकर 44 मिनट पर प्रभु श्रीराम और लक्ष्मण, भरत और शत्रुघ्न से गले मिलेंगे। मान्यताओं के अनुसार इस समय साक्षात् भगवान् धरती पर पधारते हैं और आसमान से पुष्प वर्षा होती है। इस पल को अपनी आंखों में बसाने के लिए हर वर्ष लाखों श्रद्धालु यहां पहुँचते हैं।
भरत मिलाप मैदान, नाटी इमली में श्रद्धालुओं के साथ ही साथ यादव बंधू भी पहुँचने लगे हैं जो भरत मिलाप के बाद भगवान् श्रीराम का पुष्पक विमान उठाकर अयोध्या ले जाने की परम्परा का निर्वहन करेंगे।
इस दौरान पूरे मेला स्थल पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था का इंतज़ाम किया गया है। पुलिस कर्मियों के साथ ही साथ ट्रैफिक कर्मी ड्रोन से पूरे मेला स्थल निगरानी कर रहे हैं।