वाराणसी। विश्वनाथ कॉरिडोर के लोकार्पण से पहले मैदागिन से दशाश्मेध तक के क्षेत्र को गुलाबी रंग से रंगवाया जा रहा है। वहीं इस पर कुछ लोगों ने आपत्ति भी जताई। तीन दिन पहले मस्जिद को गुलाबी रंग से रंगने का मामला शांत हुआ तो अब मैदागिन स्थित कांग्रेस कार्यालय की बाहरी दीवार को गुलाबी रंग से रंगवाए जाने पर कांग्रेसियों ने नाराजगी जताई है। कांग्रेस नेताओं का कहना हे कि बिना अऩुमति के कार्यालय की दीवार का रंग बदल दिया गया।
कांग्रेस के महानगर अध्यक्ष राघवेंद्र चौबे ने कहा कि हमारा कार्यालय देश की आजादी के पहले का है। रंग बदलने से पहले कांग्रेस के किसी भी वरिष्ठ नेता से न पूछा गया न ही अऩुमति ली गई।
हमारे विधि प्रकोष्ठ की ओर से वीडीए को 36 घंटे की मोहलत दी गई है। यदि 36 घंटे में रंग पहले के जैसे नहीं करवाते हैं तो हम विधिक कार्रवाई के लिए बाध्य होंगे।
राघवेंद्र चौबे ने कहा कि अगर भवनों का रंग बदलने से इस देश और प्रदेश में गरीबी, भ्रष्टाचार, बेरोजगारी, भुखमरी और महिलाओं का उत्पीड़न रुक जाए तो हमारा पूरा समर्थन है कि मोदीजी और योगीजी जैसा चाहें वैसा रंग कराएं, लेकिन, जिस काम के लिए सरकार बनी है वह तो कर नहीं पा रही है। अपनी विफलताओं को छुपाने के लिए वह धर्म और रंगों का सहारा ले रहे हैं।
उन्होंने कहा कि पीएम मोदी और सीएम योगी वास्तविक मूल पर काम करें। इस तरह के कार्य से आप जनता के सामने उजागर हो चुके हैं। जनता अब उनके छलावे में नहीं आने वाली है। हमारे कार्यालय को जैसा वो पुराने रंग में था उसे वैसा ही करने का काम जल्द से जल्द शुरु किया जाए।
बता दें, कुछ दिनों पहले ही श्री काशी विश्वनाथ मंदिर की ओर जाने वाली सड़क पर बुलानाला और चौक क्षेत्र की दो मस्जिदों को हल्के गुलाबी और भूरे रंग से रंगा गया था। इसको लेकर अंजुमन इंतेजामिया मस्जिद कमेटी के संयुक्त सचिव एसएन यासीन ने विकास प्राधिकरण के सचिव सुनील वर्मा को पत्र लिखा था, जिसके बाद विवाद बढ़ता देख मस्जिद को वापस सफेद रंग से रंगवाया गया था।