सिगरा स्टेडियम स्थित कोविड टीकाकरण केंद्र का भी लिया जायजा
कोरोना से बचाव में होम्योपैथिक दवा किट होगी मददगार
वाराणसी। जिले में शनिवार से किशोरों के मेगा कोविड टीकाकरण अभियान की शुरुआत हुई | इसी क्रम में मंडलायुक्त दीपक अग्रवाल और जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने सिगरा स्टेडियम स्थित कोविड टीकाकरण केंद्र का निरीक्षण किया। इस दौरान मंडलायुक्त व जिलाधिकारी ने टीका लगवाने आए किशोर-किशोरियों को होम्योपैथिक दवा किट भी प्रदान की |
इस मौके पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ संदीप चौधरी ने भी किशोर-किशोरियों को होम्योपैथिक दवा किट वितरित की। इसके साथ ही केंद्र पर कोविड टीका लगवाने आए किशोरों से उनका हाल भी जाना। मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने किशोरों से अपील की कि वह अपने मित्रों को भी जल्द से जल्द कोविड टीका लगवाने के लिए प्रेरित करें |
वरिष्ठ होम्योपैथिक चिकित्साधिकारी डॉ मनीष त्रिपाठी ने बताया कि आयुष मंत्रालय की ओर से कोरोना से बचाव के लिए होम्योपैथिक किट वितरण करने का निर्देश जारी किया गया था। इसी क्रम में सिगरा स्टेडियम स्थित कोविड टीकाकरण केंद्र पर शनिवार से किट का वितरण शुरू किया गया है। केंद्र पर 600 से अधिक लोगों को किट वितरित की गयी। दवा प्रातः दस बजे से अपराह्न दो बजे तक वितरित की जाएगी |
कुछ दिनों में और भी टीकाकरण केन्द्रों पर यह किट वितरित की जाएंगी। उन्होने बताया कि यह दवा किशोरों के साथ वयस्कों को भी दी जा रही है। इन दवाओं से ख़राश, बदन दर्द, सिरदर्द, मुँह सूखने, कमर दर्द, पैरों में दर्द, बेचैनी, हड्डियों और जोड़ों में दर्द, खांसी, बुखार आदि से राहत मिलेगी।
डॉ मनीष ने बताया कि होम्योपैथिक दवा किट में चार प्रकार की दवाएं वितरित की जा रही है। पहली इम्यूनिटी बूस्टर के लिए आर्सेनिक एल्बम 30 (लाल ढक्कन)। यह दवा प्रतिदिन चार गोली सिर्फ तीन दिन तक दी जानी है। दूसरी गले में ख़राश, बदन दर्द, सिर दर्द, और मुँह सूखने के लिए ब्रायोनिया एल्बम 30 (पीला ढक्कन) । यह दवा प्रतिदिन चार गोली तीन बार रोज आराम मिलने तक दी जानी है। तीसरा मांशपेशीयों में दर्द, कमर दर्द, पैरों में दर्द और बेचैनी के लिए रस टॉक्स 30 ।
यह दवा प्रतिदिन चार गोली तीन बार रोज आराम मिलने तक दी जानी है। चौथी हड्डियों और जोड़ों में दर्द, खांसी और बदन दर्द बुखार के लिए यूपीटोरियम पर्फ 30 । यह दवा प्रतिदिन चार गोली तीन बार रोज आराम मिलने तक दी जानी है। उन्होने बताया कि कोविड से मिलते जुलते लक्षण होने और तकलीफ़ बढ़ने पर अपने निकटतम चिकित्सक से अनिवार्य रूप से सम्पर्क करें।
इस मौके पर एसीएमओ डॉ एके मौर्य, डीएचईआईओ हरिवंश यादव, डीएचओ डॉ रचना श्रीवास्तव, डॉ रुद्रेश्वर त्रिपाठी, डॉ दीपक सिंह, यूनिसेफ से डॉ शाहिद एवं अन्य लोग मौजूद रहे।