वाराणसी। मेस कर्मचारियों के दुर्व्यवहार से भड़की बीएचयू न्यू पीएचडी हास्टल की छात्राओं ने सोमवार की आधी रात कुलपति आवास के सामने धरना दिया। इस दौरान बीएचयू प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। आरोप लगाया कि कई बार उच्चाधिकारियों से इसकी शिकायत की गई, लेकिन इस दिशा में कोई कार्रवाई नहीं की गई।
छात्राओं का कहना है कि न्यू पीएचडी हास्टल में मेस कर्मियों की ओर से दुर्व्यवहार किया जाता है। इसको लेकर लिखित और मौखिक दोनों रूप से कई बार उच्चाधिकारीयों से शिकायत की गई। कई बार की शिकायत किए जाने के बाद भी उच्च अधिकारी समस्याओं का संज्ञान नहीं लिया। पूरे कैंपस में वाईफाई जोन घोषित होने के बाद आज तक हम लोगों को वाईफाई की सुविधा नहीं प्रदान की गई और हॉस्टल में तकरीबन सैकड़ों की तादात में हम छात्राएं लाइन में लगकर खाना लेते हैं। इस कारण हम लोगों को खाना लेने में घंटों लगा जाते हैं। ऐसे में हम कैसे पढ़ाई कर पाएंगे।
उन्होंने कहा कि अन्य हॉस्टलों की अपेक्षा हम हर वर्ष 20 हजार सालाना विश्वविद्यालय को अदा कर रहे हैं। उसके बाद भी हमें इन समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। कैंपस में सफाई की व्यवस्था नहीं है, गंदगी का अंबार लगा रहता है जिसके कारण छात्राओं को स्वच्छ वातावरण विश्वविद्यालय के द्वारा प्रदान नही कराया जा रहा है। साथ ही ठीक से तकरीबन 250 छात्राओं के खाने की व्यवस्था तक नहीं है। स्थिति यह है घंटों लाइन में लगने के बाद भी भोजन उपलब्ध नहीं होता है। छात्राओं ने आरोप लगाया हैं कि हमे निम्न स्तर का नास्ता और खाना मुहैया कराया जाता है।
सबसे जरूरी, वार्डेन,मेस कर्मचारियों द्वारा प्राप्त धमकी से हमारा मानसिक उत्पीड़न हो रहा है। जिससे हम सब पढ़ाई नहीं कर पा रहे हैं मानसिक रूप से प्रताड़ित हो रहे हैं।