वाराणसी। बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी के खिलाफ़ गवाही देने के लिए एमपी-एमएलए कोर्ट में आने को लेकर पूर्व विधायक अजय राय को कोर्ट ने सुरक्षा प्रदान करने का आदेश पुलिस कमिश्नर वाराणसी को दिया है। साथ ही अदालत ने इस मामले में नियत तिथि 15 जनवरी को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये आरोपित मुख्तार अंसारी को अदालत में पेश करने का आदेश भी जेल अधीक्षक बांदा को दिया है।
बतादें की पूर्व विधायक अजय राय अपने बड़े भाई अवधेश राय हत्याकांड के मुख्य गवाह है। अदालत में इस महत्वपूर्ण मुकदमें में उनकी गवाही होनी है।
लेकिन सुरक्षा न मिलने के कारण पूर्व विधायक गवाही करने के लिए अदालत नहीं आ पा रहे है। विशेष न्यायाधीश (एमपी/एमएलए) सियाराम चौरसिया की अदालत में अपने अधिवक्ता अनुज यादव व विकास सिंह की ओर से दिए गए प्रार्थना पत्र में पूर्व विधायक अजय राय ने कहा है कि वह अपने भाई अवधेश राय की हत्या के मामले में अहम गवाह है।
इस हत्याकांड में मऊ के बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी, भीम सिंह, कमलेश सिंह व राकेश न्यायिक समेत कई लोग आरोपित है। पूर्व विधायक ने आरोप लगाया है कि इस हत्याकांड में उसका अदालत में गवाही होना है। लेकिन उक्त मुकदमे के आरोपितों द्वारा मुकदमे में सुलह करने के लिए दबाव बनाया जा रहा है और सुलह न करने पर जान से मारने की धमकी भी दी जा रही है।
इसको देखते हुए पूर्व में उन्हें सुरक्षा व्यवस्था प्रदान की गई थी, लेकिन बाद में राजनैतिक प्रतिद्वंदिता के चलते सुरक्षा वापस ले ली गयी। जिसके चलते वह अदालत के समक्ष उपस्थित होकर गवाही नहीं दे पा रहा है।
ऐसे में उसे गवाही देने आते समय मुख़्तार अंसारी व उसके गुर्गों द्वारा जान से मरवाने की पूरी संभावना है। इसको देखते हुए उसे गवाही देने के लिए आने व वापस जाने के लिए पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था मुहैया कराने की अदालत से अपील की गयी।