वाराणसी। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी द्वारा वाराणसी में किसान न्याय संकल्प रैली के बाद प्रतिज्ञा यात्रा शुरू की थी।
प्रियंका ने स्वयं बाराबंकी में 23 अक्टूबर को हरी झंडी दिखाई तो वाराणसी में प्रतिज्ञा यात्रा को अनुमति नहीं मिली थी।
वाराणसी से कद्दावर नेताओं प्रमोद तिवारी, राजेश मिश्रा, अजय राय, नदीम जावेद ने अपने चार पहिया से ही यात्रा वाराणसी के टाऊनहाल मैदान स्थित गांधी प्रतिमा से शुरू की थी।
यह यात्रा सोमवार को समाप्त हुई, जिसके बाद मंगलवार को कांग्रेस के पूर्व विधायक अजय राय ने प्रेस कांफ्रेंस कर प्रतिज्ञा यात्रा के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि आगामी चुनाव में प्रियंका गाँधी की यह यात्रा सफल होती दिख रही है।
उन्होंने कहा कि जिस तरीके से प्रतिज्ञा रैली को जनता का समर्थन मिला है वह कहीं न कहीं यह बताने का काम किया है कि आने वाले समय में उत्तर प्रदेश 2022 विधानसभा चुनाव में प्रियंका गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस की सरकार बनने जा रही है।
अजय राय ने कहा कि आज उत्तर प्रदेश की महिलाओं और पुरुषों को यह लगने लगा है कि जहां भी अत्याचार व हिंसा हुई है वहां पर सड़कों पर उतरकर प्रियंका गांधी ने लोगों को न्याय दिलाने का काम किया है। इसी का नतीजा है कि आप देख सकते हैं कि आज बीजेपी के विधायक जेल के सलाखों के पीछे भी हैं।
प्रियंका गांधी के मैदान में उतरने के बाद भाजपा सहित समाजवादी पार्टी तक हिल गई है और सारे के सारे लोग परेशान चल रहे हैं। निश्चित तौर पर अप्रत्याशित परिणाम आने वाले हैं।