• गोद लिये गये टीबी रोगियों के लिए आईएमए ने सौंपी 150 पोषण पोटली
वाराणसी: देश से टीबी के खात्में के लिए सभी का सहयोग जरूरी है। इस दिशा में इण्डियन मेडिकल एसोसिएशन सराहनीय प्रयास कर रहा है। अन्य संगठनों को भी ऐसा ही प्रयास करना चाहिए। मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु नागपाल ने क्षय रोगियों को पोषण पोटली सौंपने के लिए आयोजित कार्यक्रम में उक्त विचार व्यक्त किया। समारोह में आर्इएमए की ओर से 150 पोषण पोटली क्षय रोगियों हेतु सौंपी गयी।
आर्इएमए भवन में सोमवार की शाम आयोजित समारोह में सीडीओ ने कहा कि देश से वर्ष 2025 तक क्षय रोग खत्म करने के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संकल्प को पूरा करने के लिए हर स्तर पर प्रयास हो रहे हैं। इसी क्रम में आईएमए ने गोद लिये गये क्षय रोगियों को पोषण पोटली प्रदान कर समाज सेवा का बेहतरीन नमूना पेश किया है। ऐसे ही प्रयासों से राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम को सफल बनाया जा सकता है। समारोह में उपस्थित क्षय रोगियों को मुख्य विकास अधिकारी ने पोषण पोटली का वितरण किया।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. संदीप चौधरी ने कहा कि क्षय रोग घातक है, परन्तु इसका इलाज संभव हैं। लिहाजा टीबी के मरीजों को जो दवाएं अस्पताल से मिल रही हैं वह उन्हें नियमित रूप से लें ताकि वह शीघ्र स्वस्थ्य हो जाएं। इसके साथ ही मरीज को पौष्टिक आहार नियमित रूप से दिया जाना भी उसके लिये लाभप्रद होगा।
जिला क्षय रोग अधिकारी डा. पीयूष राय ने कहा कि इलाज के दौरान प्रत्येक मरीज को निःक्षय पोषण योजना के अन्तर्गत 500 रुपए प्रतिमाह उनके बैंक खाते के माध्यम से दिए जाते हैं। उन्होंने बताया कि क्षय रोग को प्रारंभिक अवस्था में ही नहीं रोका गया तो यह जानलेवा साबित हो जाता है। समय से इलाज शुरू नहीं होने पर यह बीमारी व्यक्ति को धीरे-धीरे खोखला करती है। इसलिए लक्षण महसूस होते ही इलाज शुरू कर देना चाहिए।
समारोह में आईएमए के अध्यक्ष डा. राहुल चंद्रा ने कहा कि समाज सेवा के क्षेत्र में आईएमए ने हमेशा ही बढ़चढ़कर हिस्सा लिया है। इसी क्रम में आईएमए क्षय रोगियों को गोद लेकर उन्हें पोषण पोटली प्रदान कर रहा है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि उनका संगठन क्षय रोग उन्मूलन के लिए भविष्य में भी सहयोग करता रहेगा।
पोषण पोटली प्राप्त करने के बाद लाभार्थी महेश (52 वर्ष) व मुनिया (36 वर्ष) ने कहा कि यह उनको स्वस्थ बनाने में यह पोषण पोटली काफी सहायक होगी। समारोह में आईएमए के पूर्व अध्यक्ष डा. कार्तिकेय सिंह, डिप्टी डीटीओ डा. अमित सिंह, चिकित्साअधिकारी डा. अतुल सिंह के अलावा एसटीएस धर्मेन्द्र सिंह, टीबी एचबी संदीप, कौशल संजय भारती, कमलेश समेत स्वास्थ्य विभाग के अन्य लोग मौजूद थे।