चंदौली, 02 मई: यूपी के चंदौली के गैंगस्टर कन्हैया यादव के घर पुलिस की दबिश के बाद संदिग्ध परिस्थितियों में उसकी बेटी की मौत के बाद सियासत गर्म हो गई है। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस ने जानबूझकर ये घटना की है, पुलिस ने जाति के आधार पर ये घटना की है। अखिलेश ने कहा कि वहां के इंस्पेक्टर या पुलिस के लोगों ने डराने के लिए ये किया है। अगर लड़की की जान गई है तो इन पुलिसवालों पर 302 का मुकदमा दर्ज होना चाहिए, इन्हीं की वजह से जान गई है।
अखिलेश ने कहा कि मुख्यमंत्री की स्वजाति का अधिकारी जानबूझकर घर में घुसा था। मेरी पुलिस कप्तान से बात हुई थी, उनसे भी कहा कि क्यों ऐसा अन्याय हो रहा है। जहां तक दबिश की बात है सोच समझकर पुलिस ने जानबूझकर उस घर में छापा मारा। जब वहां कोई नहीं मिला तो दो बहनों के साथ दुर्व्यवहार किया गया। कमरे में बंद करके युवती को बेल्ट से मारा गया। एक बहन की जान चली गई और दूसरी बीमार है। घर के अंदर तांडव मचाया है। यह पूरी की पूरी सरकार की पुलिस दोषी है। सभी के खिलाफ 302 का मुकदमा होना चाहिए। अखिलेश ने कहा कि आरोप तो अलग अलग तरह के लग रहे हैं। पूरे मामले की जांच होनी चाहिए। पुलिस पर भरोसा नहीं है।
इस मामले पर यूपी के एडीजी (कानून-व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने कहा कि मृतका का पोस्टमार्टम एक पैनल ने किया है। घरवालों के पक्ष के हिसाब से मामला दर्ज किया गया है। थानाध्यक्ष के ऊपर कार्रवाई की गई है। इसके अलावा एसएसपी ने स्पष्ट किया है कि जो भी साक्ष्य सामने आएंगे उसके हिसाब से कार्रवाई की जाएगी। डीएम संजीव सिंह ने कहा कि लड़की की मौत की खबर मिली। तहरीर मिलने पर मामला दर्ज किया है। दबिश में थाना प्रभारी पर आरोप लगा, जिसे निलंबित किया जा रहा है। चंदौली के एसपी अंकुर अग्रवाल ने कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गले के पास एक खरोंच है और बाएं जबड़े के नीचे एक छोटी सी चोट है, इसके अलावा शरीर पर कोई अंदरूनी या बाहरी चोट नहीं आई है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण अज्ञात लिखा गया है। एसएसपी ने कहा कि विसरा सुरक्षित रखा गया है, जांच के लिए भेजा जाएगा। जो रिपोर्ट आएगी उसके बाद ही मामले में कार्रवाई की जाएगी।