वाराणसी, 08 दिसंबर: भगवान शिव की नगरी काशी में दो दिन पहले विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने गंगा घाट पर विवादित पोस्ट चस्पा किए थे। जिसमें गैर-हिंदूओं का गंगा घाटों पर प्रवेश वर्जित होने की बात लिखी थी। अब पोस्टर लगाने वालों की मुश्किले बढ़ गई है। दरअसल, वाराणसी पुलिस ने मामले का संज्ञान लेते हुए भेलूपुर थाने में पोस्टर लगाने वाले के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। वहीं, घाट पर पोस्टर चिपकाने वालों को उनके संगठन से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है।
दरअसल, 6 जनवरी को गंगा घाटों पर विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के लोगों ने एक विवादित पोस्टर लगता था। पोस्टर में लिखा था कि, ‘गैर-हिंदुओं के लिए प्रवेश पर प्रतिबंध। यह निवेदन नहीं चेतावनी है। मां गंगा काशी घाट के मंदिर सनातन धर्म भारतीय संस्कृति श्रद्धा व आस्था के प्रतीक हैं, जिनकी आस्था सनातन धर्म में है उनका स्वागत है अन्यथा यह क्षेत्र पिकनिक स्पॉट नहीं है।’ वहीं, इस पोस्टर कांड के बाद वाराणसी पुलिस हरकत में आ गई और 07 जनवरी की देर रात भेलूपुर थाने में इनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया।
यह मुकदमा पोस्टर लगाने वाले विश्व हिन्दू परिषद के महानगर मंत्री राजन गुप्ता और बजरंग दल के निखिल त्रिपाठी के के खिलाफ भेलूपुर के थानेदार की संतुति मिलने के बाद दरोगा वीरेंद्र यादव ने दर्ज कराया है। इस मुकदमे में लिखा गया है कि निखिल त्रिपाठी निवासी रसुलगढ़ थाना सारनाथ और राजन राजन गुप्ता रसुलगढ़ थाना सारनाथ विपक्षीगण ने अस्सी घाट व उसके आसपास घाटों तथा मार्गों पर अवैध पोस्टर चस्पा कर किए है। जिससे की सामाजिक सौहार्द पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। जिससे किसी भी समय लोक परशान्ति भंग हो सकती है।
कांग्रेस ने भी लगाई थी ज्वाइंट सीपी से गुहार दरअसल, विहिप और बजरंग दल के गैर हिन्दुओं के गंगा घाटों पर प्रवेश को लेकर पाबन्दी लगाए जाने के बाद कई राजनैतिक दलों ने इसका विरोध किया था। इसी कड़ी में शुक्रवार को कांग्रेस महानगर अध्यक्ष राघवेंद्र चौबे के साथ उनके विधि प्रकोष्ठ के लोगों ने वाराणसी के ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर मुख्यालय एवम अपराध सुभाष चन्द्र दुबे के ऑफिस जाकर ऐसे पोस्टर और इन लोगों पर करवाई की मांग करते हुए ज्ञापन दिया था। जिसके बाद देर रात भेलूपुर थाने में करवाई हुई है।