वाराणसी| पर्यावरण संरक्षण तथा प्रकृति के संतुलन में पक्षियों का महत्वपूर्ण योगदान है। पक्षियों के संरक्षण व संवर्धन हेतु वीवंडर फाउंडेशन की टीम ने 11वीं वाहिनी एनडीआरएफ वाराणसी परिसर में गौरैया संरक्षण हेतु जागरूकता अभियान चलाया।इस दौरान एनडीआरएफ कमांडेंट मनोज कुमार शर्मा ने बताया कि जिस प्रकार से आपदा की स्थिति में एनडीआरएफ की टीम मनुष्य के लिए राहत और बचाव कार्य करती है उसी प्रकार प्रकृति का संतुलन बनाए हेतु गौरैया जो दिन पर दिन विलुप्त होती जा रही है|
अब गौरैया को बचाने का प्रयास किया जाएगा।इस दौरान संस्था के अध्यक्ष गोपाल कुमार ने वीवंडर फाउंडेशन द्वारा पिछले 4 वर्षों के गौरैया संरक्षण के कार्यों के विषय में बताया एवं एनडीआरएफ के जवानों से अपील की कि वह परिसर में पक्षियों के लिए चिड़ियों के लिए दाना और पानी रखने का व्यवस्था किया जाए और इस दौरान परिसर में चिड़ियों के रहने के लिए लकड़ी के बने घोसले लगाए गए ।
इसके साथ साथ जवानों को लकड़ी,खाली बॉक्स, मिट्टी के बर्तन, फल सब्जियों की टोकरी आदि से विभिन्न प्रकार के घोसले बनाकर पक्षियों के लगाने के लिए प्रशिक्षित भी किया गया।इस दौरान एनडीआरएफ के एसएम सुनील सिंह ने बताया कि किसी भी प्रजाति का पक्षी हो सबका अपना एक विशेष महत्व होता है।हम मनुष्य का जीवन प्रकृति के उन सभी जीवो जीवो से जुड़ा हुआ है।अपने घर आंगन उचित स्थान पर इनके भोजन व आवास की व्यवस्था कर प्रकृति जीवन चक्र व पर्यावरण संरक्षण पक्षियों का संरक्षण करना बहुत ही जरूरी है।इस दौरान एनडीआरएफ की टीम से अरविंद,अनिल,दिलीप सिंह आदि लोग मौजूद रहे।