नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश की भारतीय जनता पार्टी की सरकार में कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। मंगलवार को मौर्य ने राज्यपाल आनंदीबेन पटेल को अपना इस्तीफा सौंप दिया है। स्वामी प्रसाद मौर्या मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मंत्रिमंडल में श्रम एंव सेवायोजन, समन्वय मंत्री थे। मौर्या बीजेपी छोड़कर समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए हैं। स्वामी प्रसाद मौर्य यूपी के कुशीनगर जिले की पडरौना विधानसभा सीट से विधायक हैं।
स्वामी प्रसाद मौर्य ने राज्यपाल को दिए अपने इस्तीफा में कहा है- माननीय राज्यपाल, मैं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मंत्रिमंडल में श्रम एवं सेवायोजन व समन्वय मंत्री के रूप में विपरीत परिस्थितियों व विचारधारा में रहकर भी बहुत ही मनोयोग के साथ उत्तरदायित्व का निर्वहन किया। दलितों, पिछड़ों, किसानों बेरोजगार नौजवानों एवं छोटे-लघु एवं मध्यम श्रेणी के व्यापारियों की घोर उपेक्षात्मक रवैये के कारण उत्तर प्रदेश के मंत्रिमंडल से मैं इस्तीफा दे रहा हूं।
अखिलेश ने किया स्वागत सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने स्वामी प्रसाद मौर्या के साथ तस्वीर साझा करते हुए लिखा- सामाजिक न्याय और समता-समानता की लड़ाई लड़ने वाले लोकप्रिय नेता स्वामी प्रसाद मौर्या जी एवं उनके साथ आने वाले अन्य सभी नेताओं, कार्यकर्ताओं और समर्थकों का सपा में ससम्मान हार्दिक स्वागत एवं अभिनंदन! सामाजिक न्याय का इंक़लाब होगा, बाइस में बदलाव होगा।
बसपा से बीजेपी में आए थे मौर्या स्वामी प्रसाद मौर्या कई दशक से राजनीति में हैं। स्वामी प्रसाद मौर्य पांच बार के विधायक हैं और यूपी मे पिछड़ों के बड़े नेता माने जाते हैं। वो बसपा की सरकार में भी मंत्री रह चुके हैं और उनका शुमार मायावती के करीबियों में होता था। अगस्त 2016 में वो बीजेपी में शामिल हुए थे और विधायक बनने के बाद योगी सरकार में मंत्री बने थे। मौर्या की बेटी संघमित्रा मौर्या बदायूं से बीजेपी की सांसद हैं।