श्री अग्रसेन कन्या पीजी कॉलेज वाराणसी के परमानंदपुर परिसर में महाविद्यालय के 22 विषयों के अध्ययन बोर्ड की बैठकों में,राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के अनुपालन में उत्तर प्रदेश शासन द्वारा जारी किए गए विषयों के न्यूनतम समान पाठ्यक्रम स्वीकृत करने की अनुशंसा की गई।साथ ही विभिन्न विभागों द्वारा प्रस्तुत गौण (माइनर/इलेक्टिव),कौशल विकास/रोजगार परक तथा उच्च शिक्षा परिषद, उत्तर प्रदेश द्वारा निर्गत सह-शैक्षणिक पाठ्यक्रमों को मंजूरी दी गयी।
इस अवसर पर विभिन्न विषयों के विद्वानों का जमावड़ा रहा।
जिसमें मा कुलपति, एम जी काशी विद्यापीठ वाराणासी द्वारा नामित विषय विशेषज्ञ तथा महाविद्यालय की विद्वत परिषद द्वारा नामित विभिन्न विषयों के विशेषज्ञ मौजूद रहे।
काशी हिंदू विश्वविद्यालय के प्रो अरविंद मिश्र,प्रो जे के राय,प्रो एच के सिंह,प्रो एस एन झा,प्रो ए एल श्रीवास्तव, प्रो प्रेम प्रकाश सोलंकी,प्रो राजेश शाह,प्रो प्रवीण उद्धव,प्रो आर एन सिंह,प्रो अनीता सिंह,प्रो विक्रम देवास,प्रो योगेश आर्य,प्रो आर के अस्थाना,प्रो के के सिंह, प्रो रमन पन्त,संपूर्णानंद संस्कृत विश्ववविद्यालय के प्रो पी एन सिंह,काशी विद्यापीठ से प्रो सत्या सिंह,प्रो श्रद्धा नन्द, प्रो अज़ीज हैदर,प्रो प्रदीप पांडेय,प्रो राजेश पाल, प्रो बृजेश सिंह,प्रो आर पी सिंह,दीन दयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्विद्यालय गोरखपुर के प्रो धनंजय कुमार आदि सहित प्राचार्य डॉ बी के निर्मल,डॉ आनंद शंकर चौधरी,डॉ त्रिभुवन दीक्षित,डॉ पंकज सिंह,डॉ टी सिंह,डॉ अंशु जायसवाल, डॉ मीरा सिंह सहित लगभग अर्द्ध शतक से भी अधिक बाह्य विशेषज्ञ एवं महाविद्यालय के लगभग एक शतक से भी अधिक शिक्षकों ने घंटों विचार- विमर्श एवं मंथन के पश्चात पूरे पाठ्यक्रम,परीक्षकों आदि पर निर्णय हुआ।
महाविद्यालय की प्राचार्य प्रो मिथिलेश सिंह ने सभी का स्वागत व आभार व्यक्त किया।यह सूचना विद्वत परिषद के सचिव डॉ ओ पी चौधरी ने एक प्रेस विज्ञप्ति में दिया है।