वाराणसी। ‘स्त्री कभी हारती नहीं, उसे हराया जाता है। समाज क्या कहेगा, ये कहकर बचपन से उसे डराया जाता है।’ समाज क्या कहेगा के शब्द को महिलाओं के जीवन से निकाल बाहर फेकने और जिन महिलाओं ने इस शब्द को भुलाकर खुद को समाज में स्थापित किया है। ऐसी ही महिलाओं के लिए BNI ( बिज़नेस नेटवर्क इंटरनेशनल ) ने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में एक कार्यक्रम का आयोजन रविन्द्रपुरी स्थित पोकरमिनिया होटल में किया गया।
इस कार्यक्रम में शहर की उद्यमी महिलाओं ने शिरकत की और अपने अनुभवों को साझा किया और कुछ देर के लिए काम की टेंशन भुलाकर मस्ती की और कई सारे गेम्स खेले।
इस दौरान BNI की सदस्य और बिजनेस वूमेन ने कहा कि लोग महिलाओं को कमज़ोर समझते हैं और बचपन से ही उन्हें यह कहा जाता है कि ये मत करो, वो मत करो। इससे महिलाओं में बचपन से ही आत्मविश्वास की कमी हो जाती है और उन्हें आगे बढ़ने का मौक़ा नहीं मिल पाता। ऐसे में हमें चाहिए कि सभ्य समाज में महिलाओं को आगे आने का अवसर दें और बचपन से ही उनके ऊपर किसी चीज़ को थोपने से बचें।
खुद को उद्योग जगत में स्थापित कर बीएनआई की सदस्य बनीं ने बताया कि महिलाएं समाज में कंधे से कंधा मिलाकर चलने की शक्ति रखती हैं पर पुरुष प्रधान समाज महिलाओं को अपनी बराबरी करते नहीं देखना चाहता इसलिए वो लगातार उनकी राहों में काटें बिछाने का काम करता है लेकिन हमें इन काँटों से गुज़र कर अपनी आत्मशक्ति से उन्हें दिखाना होगा कि हम भी किसी से कम नहीं।
इस कार्यक्रम को कई महिलाओं ने सम्बोधित किया और महिलाओं में जोश भरा। उसके बाद बिजनेस वूमेंस ने एक दिन खुलकर मस्ती की और कई सरे फन गेम्स खेले गए। इस कार्यक्रम का आयोजन बीएनआई की सदस्य योगगुरु पुष्पांजलि शर्मा ने किया।